आदिकवि भानुभक्त (पटकथा): Difference between revisions
→दृश्य ५६
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दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभत्त | आदिकवि भानुभत्त | ||
==दृश्य ५१== | |||
हा : १ददर९स्थान : भोर्लैटार, दाईको खलौसमय : मध्याह्नपात्र : खेतलाहरू | हा : १ददर९स्थान : भोर्लैटार, दाईको खलौसमय : मध्याह्नपात्र : खेतलाहरू | ||
खलोमा एकजना गाउँले नाङ्ग्लोबाट धान शार्ने र अर्कोगाउँले वाडलोले हम्केर भृस बत्ताउने काम गरिरहेका छन् । | खलोमा एकजना गाउँले नाङ्ग्लोबाट धान शार्ने र अर्कोगाउँले वाडलोले हम्केर भृस बत्ताउने काम गरिरहेका छन् । | ||
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जज सं. | जज सं. | ||
स्थानसमयपात्र | स्थानसमयपात्र | ||
दृश्य ५२ | |||
==दृश्य ५२== | |||
पद्दर | पद्दर | ||
भो्लेटार, पुराण मण्डपसँगैको चउर / बगैँचा | भो्लेटार, पुराण मण्डपसँगैको चउर / बगैँचा | ||
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हज चर् | हज चर् | ||
==दृश्य ५३== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
कालजैसी | कालजैसी | ||
१ १८९० | १ १८९० | ||
: चुँबी-ओकलाड, कालु जैसीको घर-आँगन । | : चुँबी-ओकलाड, कालु जैसीको घर-आँगन । | ||
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विचारी | विचारी | ||
पटकथा | पटकथा | ||
==दृश्य ५४== | |||
१ १८९१/९४: पाल्पा गौंडा, घनञ्जयको कचहरी: दिउसो | १ १८९१/९४: पाल्पा गौंडा, घनञ्जयको कचहरी: दिउसो | ||
घनञ्ज्जय, विचारी र् कारिन्दा | घनञ्ज्जय, विचारी र् कारिन्दा | ||
Line 1,470: | Line 1,485: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ५५== | |||
बि.सं.स्थानसमपपात्र | बि.सं.स्थानसमपपात्र | ||
भानुभक्त | भानुभक्त | ||
Line 1,503: | Line 1,520: | ||
भानुभक्तघाँसी | भानुभक्तघाँसी | ||
घाँसी | घाँसी | ||
==दृश्य ५६== | |||
: १९८ | : १९८ | ||
: कर्लुड् बेसी, चौतारी: मध्याहन | : कर्लुड् बेसी, चौतारी: मध्याहन | ||
Line 1,564: | Line 1,584: | ||
दृश्य ५७ | दृश्य ५७ | ||
। || त | । || त | ||
==दृश्य ५७== | |||
वि.सं. ! पैदश्द | वि.सं. ! पैदश्द | ||
स्थान : रम्घा, शिखरकटेरीको सुत्ने कोठासमय : राति | स्थान : रम्घा, शिखरकटेरीको सुत्ने कोठासमय : राति | ||
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भानुभक्त उठेर खाटमा बस्छन र पूराना कुरा सम्झन्छन् ।क्यामरा उनको अनुहारमा केन्द्रित हुँदै जान्छ । नेपथ्यबाटबाजे श्रीकृणको आवाज आउँछ । | भानुभक्त उठेर खाटमा बस्छन र पूराना कुरा सम्झन्छन् ।क्यामरा उनको अनुहारमा केन्द्रित हुँदै जान्छ । नेपथ्यबाटबाजे श्रीकृणको आवाज आउँछ । | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
==दृश्य ५८== | |||
आबिकबि भानुभक्त | आबिकबि भानुभक्त | ||
विसं : पददद१ | विसं : पददद१ | ||
Line 1,581: | Line 1,607: | ||
आध्यात्म रामायणच्राट | आध्यात्म रामायणच्राट | ||
पटकथा ११९ | पटकथा ११९ | ||
==दृश्य ५९== | |||
वि.संस्थानसमयपात्र | वि.संस्थानसमयपात्र | ||
१२० | १२० | ||
बद्च्द् | बद्च्द् | ||
रम्घा, सृत्नेकोठा | रम्घा, सृत्नेकोठा | ||
Line 1,593: | Line 1,620: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भातुभक्त | आदिकवि भातुभक्त | ||
==दृश्य ६०== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
१; पैपशद | १; पैपशद | ||
Line 1,617: | Line 1,647: | ||
“आनुभक्त रामायणबाट | “आनुभक्त रामायणबाट | ||
१२२ आविकवबि भानुभक्त | १२२ आविकवबि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६१== | |||
बि.सं : पैदश्द | बि.सं : पैदश्द | ||
स्थान : रम्घा, चौतारीसमप : दिउसोपात्र : भानुभक्त | स्थान : रम्घा, चौतारीसमप : दिउसोपात्र : भानुभक्त | ||
Line 1,631: | Line 1,663: | ||
१२४ | १२४ | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६२== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
भानुभक्त | भानुभक्त | ||
चन्द्रकला | चन्द्रकला | ||
१८९८ | १८९८ | ||
Line 1,644: | Line 1,681: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
१२६ आविकवि भानुभक्त | १२६ आविकवि भानुभक्त | ||
दृश्य ६३ | |||
==दृश्य ६३== | |||
वि.सं. १९०१ | वि.सं. १९०१ | ||
स्थान तारुका, गजाधरको घर-आँगन | स्थान तारुका, गजाधरको घर-आँगन | ||
Line 1,722: | Line 1,761: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६४== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
पटकया | पटकया |