आदिकवि भानुभक्त (पटकथा): Difference between revisions
→दृश्य ५६
(2 intermediate revisions by the same user not shown) | |||
Line 1,171: | Line 1,171: | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
भबानी ” भइहाल्छ नि।भानुभक्त मृस्क्राउँछन् ।० मसँग पाठशालामा दर्शन पढाउन्या गुरुसँग म बाबुलाई भेटगराइदिउँला । | भबानी ” भइहाल्छ नि।भानुभक्त मृस्क्राउँछन् ।० मसँग पाठशालामा दर्शन पढाउन्या गुरुसँग म बाबुलाई भेटगराइदिउँला । | ||
==दृश्य ४१== | |||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
गाउँले १गाउँले २गाउँले १घनञ्जय | गाउँले १गाउँले २गाउँले १घनञ्जय | ||
0 1 | 0 1 | ||
: पप्य्छ | : पप्य्छ | ||
: चुँदी बेसी, पुरानो डिहीको घर-आँगन | : चुँदी बेसी, पुरानो डिहीको घर-आँगन | ||
Line 1,197: | Line 1,201: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
यश | यश | ||
दृश्य ४२ | |||
==दृश्य ४२== | |||
वि.सं. ; पृद्दद | वि.सं. ; पृद्दद | ||
स्थान ; काशी, श्रीकृष्णको कोठासमय : बिहान | स्थान ; काशी, श्रीकृष्णको कोठासमय : बिहान | ||
Line 1,205: | Line 1,212: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
स् आदिकवि भ्रानुभत्त | स् आदिकवि भ्रानुभत्त | ||
==दृश्य ४३== | |||
बि.सं. : पृदजद | बि.सं. : पृदजद | ||
स्थान : रम्घा, शिखरकटैरीको मरुरीसमय : दिउसो | स्थान : रम्घा, शिखरकटैरीको मरुरीसमय : दिउसो | ||
Line 1,216: | Line 1,226: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
पद आदिकवि भातृभकत्त | पद आदिकवि भातृभकत्त | ||
==दृश्य ४४== | |||
विसंस्थान | विसंस्थान | ||
पात्र | पात्र | ||
Line 1,235: | Line 1,248: | ||
“भानुभक्तको प्रश्नोत्तरीबाट | “भानुभक्तको प्रश्नोत्तरीबाट | ||
९० आदिकवि भानुभक्त | ९० आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ४५== | |||
बि.सं.स्थानसमयपात्र | बि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
घनञ्जप | घनञ्जप | ||
Line 1,265: | Line 1,281: | ||
आदिकवि भानुभत्कत | आदिकवि भानुभत्कत | ||
पटकथा | पटकथा | ||
==दृश्य ४६== | |||
१ १दद९ | १ १दद९ | ||
भोर्लेटार, सप्ताह मण्डप | भोर्लेटार, सप्ताह मण्डप | ||
Line 1,296: | Line 1,315: | ||
गाउँले १ | गाउँले १ | ||
पटकथा | पटकथा | ||
==दृश्य ४७== | |||
; १८९; भोर्लेटार, गाउँको बाटो: बिहान | ; १८९; भोर्लेटार, गाउँको बाटो: बिहान | ||
: गाउँलेहरू | : गाउँलेहरू | ||
Line 1,333: | Line 1,355: | ||
भानुभक्त | भानुभक्त | ||
चट | चट | ||
==दृश्य ४९== | |||
६ पृद्ददर: भोर्लेटार, सप्ताह मण्डप | ६ पृद्ददर: भोर्लेटार, सप्ताह मण्डप | ||
; मध्याह्न: दृश्य ४७ वमोजिम | ; मध्याह्न: दृश्य ४७ वमोजिम | ||
Line 1,344: | Line 1,369: | ||
“डुन्दिरसको कविताबाट | “डुन्दिरसको कविताबाट | ||
पटकथा ९९ | पटकथा ९९ | ||
==दृश्य ५०== | |||
छ सं. ; १दद९ | छ सं. ; १दद९ | ||
स्थान : भोर्लेटार, सप्ताह मण्डपसमय : मध्यान्हपात्र : दृश्य ४७ बमोजिम | स्थान : भोर्लेटार, सप्ताह मण्डपसमय : मध्यान्हपात्र : दृश्य ४७ बमोजिम | ||
Line 1,350: | Line 1,377: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभत्त | आदिकवि भानुभत्त | ||
==दृश्य ५१== | |||
हा : १ददर९स्थान : भोर्लैटार, दाईको खलौसमय : मध्याह्नपात्र : खेतलाहरू | हा : १ददर९स्थान : भोर्लैटार, दाईको खलौसमय : मध्याह्नपात्र : खेतलाहरू | ||
खलोमा एकजना गाउँले नाङ्ग्लोबाट धान शार्ने र अर्कोगाउँले वाडलोले हम्केर भृस बत्ताउने काम गरिरहेका छन् । | खलोमा एकजना गाउँले नाङ्ग्लोबाट धान शार्ने र अर्कोगाउँले वाडलोले हम्केर भृस बत्ताउने काम गरिरहेका छन् । | ||
Line 1,361: | Line 1,390: | ||
जज सं. | जज सं. | ||
स्थानसमयपात्र | स्थानसमयपात्र | ||
दृश्य ५२ | |||
==दृश्य ५२== | |||
पद्दर | पद्दर | ||
भो्लेटार, पुराण मण्डपसँगैको चउर / बगैँचा | भो्लेटार, पुराण मण्डपसँगैको चउर / बगैँचा | ||
Line 1,384: | Line 1,416: | ||
हज चर् | हज चर् | ||
==दृश्य ५३== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
कालजैसी | कालजैसी | ||
१ १८९० | १ १८९० | ||
: चुँबी-ओकलाड, कालु जैसीको घर-आँगन । | : चुँबी-ओकलाड, कालु जैसीको घर-आँगन । | ||
Line 1,410: | Line 1,449: | ||
विचारी | विचारी | ||
पटकथा | पटकथा | ||
==दृश्य ५४== | |||
१ १८९१/९४: पाल्पा गौंडा, घनञ्जयको कचहरी: दिउसो | १ १८९१/९४: पाल्पा गौंडा, घनञ्जयको कचहरी: दिउसो | ||
घनञ्ज्जय, विचारी र् कारिन्दा | घनञ्ज्जय, विचारी र् कारिन्दा | ||
Line 1,443: | Line 1,485: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ५५== | |||
बि.सं.स्थानसमपपात्र | बि.सं.स्थानसमपपात्र | ||
भानुभक्त | भानुभक्त | ||
Line 1,476: | Line 1,520: | ||
भानुभक्तघाँसी | भानुभक्तघाँसी | ||
घाँसी | घाँसी | ||
==दृश्य ५६== | |||
: १९८ | : १९८ | ||
: कर्लुड् बेसी, चौतारी: मध्याहन | : कर्लुड् बेसी, चौतारी: मध्याहन | ||
Line 1,537: | Line 1,584: | ||
दृश्य ५७ | दृश्य ५७ | ||
। || त | । || त | ||
==दृश्य ५७== | |||
वि.सं. ! पैदश्द | वि.सं. ! पैदश्द | ||
स्थान : रम्घा, शिखरकटेरीको सुत्ने कोठासमय : राति | स्थान : रम्घा, शिखरकटेरीको सुत्ने कोठासमय : राति | ||
Line 1,547: | Line 1,597: | ||
भानुभक्त उठेर खाटमा बस्छन र पूराना कुरा सम्झन्छन् ।क्यामरा उनको अनुहारमा केन्द्रित हुँदै जान्छ । नेपथ्यबाटबाजे श्रीकृणको आवाज आउँछ । | भानुभक्त उठेर खाटमा बस्छन र पूराना कुरा सम्झन्छन् ।क्यामरा उनको अनुहारमा केन्द्रित हुँदै जान्छ । नेपथ्यबाटबाजे श्रीकृणको आवाज आउँछ । | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
==दृश्य ५८== | |||
आबिकबि भानुभक्त | आबिकबि भानुभक्त | ||
विसं : पददद१ | विसं : पददद१ | ||
Line 1,554: | Line 1,607: | ||
आध्यात्म रामायणच्राट | आध्यात्म रामायणच्राट | ||
पटकथा ११९ | पटकथा ११९ | ||
==दृश्य ५९== | |||
वि.संस्थानसमयपात्र | वि.संस्थानसमयपात्र | ||
१२० | १२० | ||
बद्च्द् | बद्च्द् | ||
रम्घा, सृत्नेकोठा | रम्घा, सृत्नेकोठा | ||
Line 1,566: | Line 1,620: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भातुभक्त | आदिकवि भातुभक्त | ||
==दृश्य ६०== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
१; पैपशद | १; पैपशद | ||
Line 1,590: | Line 1,647: | ||
“आनुभक्त रामायणबाट | “आनुभक्त रामायणबाट | ||
१२२ आविकवबि भानुभक्त | १२२ आविकवबि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६१== | |||
बि.सं : पैदश्द | बि.सं : पैदश्द | ||
स्थान : रम्घा, चौतारीसमप : दिउसोपात्र : भानुभक्त | स्थान : रम्घा, चौतारीसमप : दिउसोपात्र : भानुभक्त | ||
Line 1,604: | Line 1,663: | ||
१२४ | १२४ | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६२== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
भानुभक्त | भानुभक्त | ||
चन्द्रकला | चन्द्रकला | ||
१८९८ | १८९८ | ||
Line 1,617: | Line 1,681: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
१२६ आविकवि भानुभक्त | १२६ आविकवि भानुभक्त | ||
दृश्य ६३ | |||
==दृश्य ६३== | |||
वि.सं. १९०१ | वि.सं. १९०१ | ||
स्थान तारुका, गजाधरको घर-आँगन | स्थान तारुका, गजाधरको घर-आँगन | ||
Line 1,695: | Line 1,761: | ||
दृश्य समाप्त | दृश्य समाप्त | ||
आदिकवि भानुभक्त | आदिकवि भानुभक्त | ||
==दृश्य ६४== | |||
वि.सं.स्थानसमयपात्र | वि.सं.स्थानसमयपात्र | ||
पटकया | पटकया |